Tuesday, December 28, 2010

तब तक बोलने के लिए कोई बचा ही नहीं था

मार्टिन नीमोलर (1892-1984

पहले वो आए साम्यवादियों के लिए

और मैं चुप रहा क्योंकि मैं साम्यवादी नहीं था



फिर वो आए मजदूर संघियों के लिए

और मैं चुप रहा क्योंकि मैं मजदूर संघी नहीं था



फिर वो यहूदियों के लिए आए

और मैं चुप रहा क्योंकि मैं यहूदी नहीं था



फिर वो आए मेरे लिए

और तब तक बोलने के लिए कोई बचा ही नहीं था

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