tag:blogger.com,1999:blog-8724078010716939376.post3501912242738823297..comments2023-10-24T08:08:12.534-07:00Comments on जंतर मंतर : वे शिक्षकों को मारते क्यों हैं ?शेष नारायण सिंहhttp://www.blogger.com/profile/09904490832143987563noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8724078010716939376.post-11677090890389511662011-03-10T09:37:45.374-08:002011-03-10T09:37:45.374-08:00जो हुआ और ऐसा जहाँ भी हो रहा है , दुर्भाग्यपूर्ण ह...जो हुआ और ऐसा जहाँ भी हो रहा है , दुर्भाग्यपूर्ण है| छात्र संगठन, चाहें किसी भी पार्टी से सम्बंधित हों, अपनी सीमाओं को नहीं लांघ सकते| विरोध करने का तरीका होता है, गुंडागर्दी को आंदोलन नहीं कहा जा सकता| इसकी कड़े शब्दों में भर्त्सना होनी चाहिए| ए बी वी पी छात्र राजनीति से छात्रों को दूर रखने की कोशिश कर रहा है|<br>अब आप पर आते हैं, आपके शीर्षक से मुझे आपत्ति है| यह शीर्षक ए बी वी पी के कृत्यों का समर्थन कर रहा है| ये पंक्ति महान कवि दुष्यंत कुमार की कविता की हैं, वो एक क्रांतिकारी कवि थे| और क्रांतिकारियों की इज्ज़त हममे से सभी करते हैं|माफ करेंगे यह मेरी व्यक्तिगत सोच है लेकिन मैं यह कहना चाहूँगा कि ऐसे कृत्य पर ऐसा शीर्षक ना लगाएं जो लोगों के अंदर क्रन्तिकारी भावनाएँ भरता हो|धन्यवादVoice of youthshttp://www.blogger.com/profile/02530480097979739898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8724078010716939376.post-27880155136727274142011-03-10T08:37:47.427-08:002011-03-10T08:37:47.427-08:00आपके लेख में प्रोफ़ेसर साहब के ऊपर हमले की जो रिपो...आपके लेख में प्रोफ़ेसर साहब के ऊपर हमले की जो रिपोर्ट है और उसमे जो तथ्य आपने दिए हैं वे काफी चिंताजनक हैं लेकिन दुर्भाग्य यह है कि हमारे देश में पढ़े लिखे लोग भी बुद्धि से काम नहीं कर रहे हैं इसी कारण तानाशाही प्रवृत्ति के लोगों को बल मिल जाता है.उस हमले की हम निंदा करते हैं.Vijai Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.com