tag:blogger.com,1999:blog-8724078010716939376.post5429556157662677838..comments2023-10-24T08:08:12.534-07:00Comments on जंतर मंतर : पूंजी की चाकर राजनीति और गरीब की दुश्मन सरकारशेष नारायण सिंहhttp://www.blogger.com/profile/09904490832143987563noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8724078010716939376.post-53533344874797392082011-02-25T20:35:29.432-08:002011-02-25T20:35:29.432-08:00आम आदमी और भस्मासुर मंहगाईप्रभात कुमार रॉय भारत क...आम आदमी और भस्मासुर मंहगाई<br><br>प्रभात कुमार रॉय <br>भारत के प्रधानमंत्री को एक बेहद काबिल अर्थशास्त्री करार दिया जाता है। क्या फायदा है प्रधानमंत्री की ऐसी काबलियत का जो आम भारतीय की रोजमर्रा की परेशानियों को दूर करने के बजाय करने के स्थान पर उसमें बढोत्तरी अंजाम दे रही है। एक ऐसी अर्थनीति के निमार्ता प्रधानमंत्री बन चुके हैं, जो एकदम ही अमीर कारपोरेट सैक्टर को फायदा पंहुचाने की गरज से तशकील की गई है। इस अर्थनीति के चलते हुए तहत आम आदमी की जिंदगी दुश्वार हो चली है। विगत एक वर्ष से जारी मंहगाई की दर ने पिछले सभी रिर्काड ध्वस्त कर दिए। अमीर आदमी को यकी़नन मंहगाई से कुछ फर्क नहीं पड़ता किंतु एक गरीब इंसान की क्या हालत हो चली है, इसका कुछ भी अंदाजा शासक वर्ग को नहीं है। अन्यथा इस सवाल पर इतना बेरहम रूख हुकूमत की ओर से इखत्यार नहीं किया जाता।World of P.K.ROYhttp://www.blogger.com/profile/14879869634791420421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8724078010716939376.post-71411426781100401272011-02-24T03:54:46.496-08:002011-02-24T03:54:46.496-08:00बैंक कुछ भी बताएँ। कोई हमें यह बताए कि कब तक देश म...बैंक कुछ भी बताएँ। कोई हमें यह बताए कि कब तक देश में एक भी आदमी बेरोजगार नहीं रहेगा।दिनेशराय द्विवेदी Dineshrai Dwivedihttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com